New Delhi Railway Station Stampede Live: मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हुई; उच्च स्तरीय समिति ने जांच शुरू की।

शनिवार रात New Delhi Railway Station पर हुए भीषण हादसे में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल थे। यह घटना तब घटी जब हजारों श्रद्धालु प्रयागराज में हो रहे महा कुंभ 2025 के लिए ट्रेनों में सवार होने पहुंचे।

New Delhi Railway Station Stampede Live

New Delhi Railway Station कैसे हुआ हादसा?

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ तब मची जब एक अफवाह फैली कि प्रयागराज एक्सप्रेस को प्लेटफॉर्म बदल दिया गया है। हालांकि, रेलवे प्रशासन ने इस दावे को नकार दिया है।

New Delhi Railway Station के अनुसार, हादसा तब हुआ जब कुछ यात्री प्लेटफॉर्म 14 और 15 के ऊपर बने फुटओवर ब्रिज से नीचे उतर रहे थे और अचानक संतुलन बिगड़ने से गिर गए। इस दौरान पीछे से आ रहे यात्रियों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी, जिससे भगदड़ मच गई।

क्यों बढ़ी भीड़?

शनिवार को New Delhi Railway Station पर अत्यधिक भीड़ जमा हो गई थी।

  • प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में देरी:
    • प्लेटफॉर्म 14: प्रयागराज एक्सप्रेस (2418) (रात्रि 10:10 बजे प्रस्थान)
    • प्लेटफॉर्म 12: मगध एक्सप्रेस (थोड़ी देर से चल रही थी)
    • प्लेटफॉर्म 13: स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस (देरी)
    • प्लेटफॉर्म 15: भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस (देरी)
  • प्रयागराज एक्सप्रेस और प्रयागराज स्पेशल नाम की दो ट्रेनों के कारण भ्रम
  • हर घंटे 1,500 से अधिक जनरल टिकटों की बिक्री
  • भीड़ प्रबंधन में चूक और पर्याप्त पुलिस बल की कमी

घटनास्थल पर तत्काल कार्रवाई

हादसे के बाद New Delhi Railway Station ने प्लेटफॉर्म 12, 14 और 15 पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रस्सियों का उपयोग किया गया। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए और सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित करने के निर्देश दिए। इस जांच समिति में नारसिंह देव (प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक, उत्तरी रेलवे) और पंकज गंगवार (प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, उत्तरी रेलवे) शामिल हैं।

मृतकों और घायलों के लिए मुआवजा

रेलवे प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये, और मामूली घायलों को 1 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की।

महा कुंभ 2025 और भीड़ प्रबंधन

महा कुंभ के चलते प्रयागराज और आसपास के शहरों में जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। 13 जनवरी से शुरू हुए महा कुंभ में अब तक 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं

प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन ने प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग गेट तय किए हैं और यात्रियों को होल्डिंग एरिया में रखा जा रहा है। लेकिन दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण इतनी बड़ी दुर्घटना हुई।

राजनीतिक विवाद और आरोप-प्रत्यारोप

कांग्रेस का हमला: हादसा नहीं, ‘नरसंहार’

कांग्रेस ने इस हादसे को प्रशासन की भारी विफलता बताया। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि रेलवे मंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा, “1500 जनरल टिकट हर घंटे बेचे जा रहे थे, लेकिन भीड़ प्रबंधन के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किया गया।”

New Delhi Railway Station मंत्री की सफाई

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और कहा कि अतिरिक्त विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं ताकि कुंभ मेले के यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने उच्चस्तरीय जांच के आदेश भी दिए।

प्रधानमंत्री मोदी का बयान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।”

आप और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया

  • दिल्ली के कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी: “इस हादसे की पूरी जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन की है। मुआवजे के साथ-साथ जवाबदेही भी तय होनी चाहिए।”
  • पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान: “रेलवे मंत्रालय की घोर लापरवाही के कारण यह त्रासदी हुई है।”
  • राहुल गांधी: “सरकार को भीड़ नियंत्रण की बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।”

प्रयागराज में रेलवे प्रशासन की सख्ती

New Delhi Railway Station पर हुई भगदड़ के बाद प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर सख्त प्रोटोकॉल लागू किए गए हैं। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य पीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग मार्ग तय किए गए हैं और यात्रियों को होल्डिंग एरिया में रोका जा रहा है।

रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के निरीक्षक शिव कुमार ने बताया कि प्रयागराज जंक्शन पर भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।

New Delhi Railway Station पर मची अफरा-तफरी के बाद का दृश्य

घटना के बाद रेलवे स्टाफ ने रातभर प्लेटफॉर्म की सफाई की। प्लेटफॉर्म 14 और 15 पर बिखरे हुए जूते, फटे बैग, कपड़े और खाद्य सामग्री हादसे की भयावहता बयान कर रहे थे। एक रेलवे कर्मचारी ने कहा, “लोगों को अपनी जान बचाने की इतनी जल्दी थी कि वे अपने सामान तक छोड़ गए।”

New Delhi Railway Station Stampede Live

New Delhi Railway Station कौन है जिम्मेदार?

इस दर्दनाक घटना के पीछे कई कारक जिम्मेदार माने जा रहे हैं:

  1. ट्रेनों की अनावश्यक देरी – जिससे यात्री बेसब्र होकर धक्का-मुक्की करने लगे।
  2. जनरल टिकटों की भारी बिक्री – हर घंटे 1500 से अधिक टिकट बिकने के कारण भीड़ बेकाबू हो गई।
  3. पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती न होना – मौके पर मौजूद पुलिस बल भीड़ को नियंत्रित करने में असफल रहा।
  4. गलत सूचना और अफवाहें – दो अलग-अलग ट्रेनों का एक ही नाम होने से यात्री भ्रमित हुए और अफरातफरी मच गई।

निष्कर्ष

New Delhi Railway Station पर हुई इस भगदड़ ने रेलवे प्रशासन और सरकार की भीड़ प्रबंधन क्षमता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। महा कुंभ जैसे बड़े आयोजनों के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष प्रबंध किए जाने चाहिए थे, लेकिन लापरवाही के चलते 18 निर्दोष लोगों की जान चली गई। यह हादसा दिखाता है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए रेलवे को भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है

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